कोरोना काल के बाद शुरू हुआ देहदान का सिलसिला, मेडिकल कॉलेज में दूसरी लहर के बाद पहली बॉडी डोनेट

 कोरोना काल के बाद शुरू हुआ देहदान का सिलसिला, मेडिकल कॉलेज में दूसरी लहर के बाद पहली बॉडी डोनेट

जोधपुर- जोधपुर शहर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद देहदान का सिलसिला शुरू हो चुका है।  कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बाद आज पहली बॉडी डोनेट डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज में की गई है।  इस बीच जोधपुर के डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज में अब तक 157 देहदान हो चुका है

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद पहला देहदान

- दरअसल कल नरपत सिंह सांखला का देहांत हो चुका था।  नरपत सिंह सांखला ने 13 साल पहले अपने परिजनों से अपनी मृत्यु के पश्चात मेडिकल कॉलेज में देहदान करने की इच्छा व्यक्त की थी।  उस समय नरपत सिंह सांखला ने बकायदा देहदान का फॉर्म भर लीगल फॉर्मेलिटी कर अपने मन की इच्छा पूरी कर ली थी । इस बीच अपने जीवन काल के 71 वर्ष पूर्ण करने के बाद कल उनका निधन हो गया। लिहाजा उनके परिजनों ने आज एसएन मेडिकल कॉलेज में नरपत सिंह सांखला की बॉडी डोनेट कर दी परिजनों ने बताया कि उनकी इच्छा के अनुसार मेडिकल कॉलेज में बॉडी डोनेट की गई है। इस बीच कोरोना संक्रमण काल के बाद पहली बॉडी डोनेट

मेडिकल कॉलेज में अब तक 157 बॉडी डोनेट

- जोधपुर के डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज में अब तक 157 बॉडी डोनेट हो चुकी है मेडिकल कॉलेज की विभाग अध्यक्ष डॉ सुषमा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना से लेकर अब तक 157 बॉडी डोनेट हुई है पिछले साल 11 बॉडी डोनेट हुई थी लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते दो बॉडी डोनेट ही हुई है। उन्होंने कहा कि इस साल दूसरी लहर से पहले एक बॉडी डोनेट हुई थी। जबकि कोरोना संक्रमण के बाद यह पहली व इस साल की दूसरी बॉडी डोनेशन हुआ है। 


2012 के बाद बढ़ा बॉडी डोनेट करने का सिलसिला

- वैसे तो मेडिकल कॉलेज के इतिहास में तक 157 बॉडी डोनेशन हो चुके हैं।  लेकिन बॉडी डोनेशन के आंकड़ों में तेजी 2012 के बाद से देखी गई 2012 के बाद लगातार देहदान का सिलसिला जोधपुर शहर में शुरू हुआ जो अब तक जारी है । हालांकि राज्य सरकार की गाइडलाइन के बाद कोरोना संक्रमण काल में बॉडी डोनेशन लेने की प्रक्रिया बंद कर दी गई थी लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के खत्म होने के बाद अब वापस देहदान का सिलसिला शुरू हो चुका है

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